
।। एक ही गांव में दो आशा कार्यकत्रीः मामले की जांच, कार्रवाई की मांग।।
अजीत मिश्रा (खोजी)
बस्ती। गौर विकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत गयाजीतपुर में पिछले 20 वर्षो से आशा कार्यकत्री के रूप में सेवा दे रही दलित महिला जनतीरा देवी पत्नी राकेश कुमार ने जिलाधिकारी, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण, मिशन निदेशक एएचएम लखनऊ सहित अनेक सम्बंधित अधिकारियों को पत्र भेजकर न्याय दिलाने की मांग किया है।
आशा कार्यकत्री जनतीरा देवी ने पत्र में कहा है कि उसके ग्राम पंचायत मंें षड़यंत्रपूर्वक एक और आशा कार्यकत्री रेनू देवी की तैनाती करा दिया गया है जो नियम विरूद्ध है। रेनू देवी का निष्काससन भी किया जा चुका है किन्तु पुनः उसकी तैनाती न जाने किन परिस्थितियों में हो गई। ग्राम प्रधान उमेश चन्द्र के पत्र के आधार पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गौर के अधीक्षक ने रेनू देवी का चयन निरस्त कर दिया है। इसके बाद मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा पुनः उसका चयन बहाल कर दिया गया। इसे लेकर असंमजस की स्थिति बनी है। आशा कार्यकत्री जनतीरा देवी ने कहा है कि रेनू देवी की नियुक्ति प्रक्रिया में कई झोल है। उसे पूर्ववत बना रहने दिया जाय और उच्च स्तरीय जांच एवं पूर्व के आदेश के अनुरूप रेनू देवी का चयन निरस्त किया जाय। एक ही ग्राम पंचायत में दो आशा कार्यकत्री के चयन का कोई औचित्य नहीं है।